कमिश्नरी को कोविड से बचाव में जुटे आयुक्त
गया : आयुक्त, मगध प्रमंडल, गया, श्री मयंक वरवड़े की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मगध प्रमंडल के सभी जिला पदाधिकारियों, सिविल सर्जन एवं अधीक्षक/ प्राचार्य अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के साथ बैठक करते हुए कोविड-19 से संबंधित टीकाकरण, कोविड-19 सैंपल जांच, ऑक्सीजन की सप्लाई, जिलों में मर्चरी वैन की उपलब्धता, अस्पतालों में बेडो की उपलब्धता, जिलों में ऑक्सीजन की आपूर्ति, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल से जलजमाव से निजात पाने, सरकारी अस्पतालों में एचआरसीटी की उपलब्धता इत्यादि विषयों के संबंध में तथा इसकी तैयारी का विस्तृत समीक्षा की गई।
बैठक में आयुक्त, मगध प्रमंडल द्वारा सभी जिला पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे टीकाकरण में तेजी लाते हुए सभी लोगों के मन से टीका संबंधी भ्रांतियां, अफवाह एवं गलत धारणा को समाप्त करें।
आयुक्त ने सभी जिला पदाधिकारियों एवं सिविल सर्जन के साथ कोविड-19 के सेकंड वेव एवं थर्ड वेव से बचाव के विषय में चर्चा करते हुए निर्देश दिया कि सभी अस्पतालों में पूरी तैयारी रखें साथ ही बच्चों में फैलने वाले ए०ई०एस०/ जे०ई० बीमारी से संबंधित तैयारियां भी सभी अस्पतालों में रखने का निर्देश दिया।
आयुक्त द्वारा अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक एवं प्राचार्य से एएनएमएमसीएच में बेडो की उपलब्धता 400 बढ़ाने पर जोर दिया। बैठक में आयुक्त को बताया गया कि *अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल तथा जयप्रकाश नारायण अस्पताल में एचआरसीटी की सुविधा उपलब्ध है।*
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह ने मगध मेडिकल अस्पताल के बारे में बताया कि ऑक्सीजन प्लांट के काम लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है साथ ही बच्चा वार्ड में ए०ई०एस०/ जे०ई० वार्ड की तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है। उन्होंने बताया कि रोगी कल्याण समिति में पर्याप्त आवंटन उपलब्ध है, जिसका उपयोग मरीजों एवं उनके परिजनों को सही सूचना तकनीक उपलब्ध कराने, छोटे-छोटे निर्माण कार्य कराने में खर्च की जा सकती है साथ ही मगध मेडिकल अस्पताल में लैब टेक्नीशियन की कमी को देखते हुए लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति तथा फाइनल ईयर के पास आउट चिकित्सकों को मगध मेडिकल में कार्य पर लगाया जा सकता है ताकि 400 बेडो में अच्छी इलाज सुविधा दी जा सके। उन्होंने बताया कि मगध मेडिकल अस्पताल को 400 बेड को सुविधा से युक्त करने हेतु और अधिक कार्य करने होंगे।
जिला पदाधिकारी गया द्वारा गया जिले में कोविड-19 के प्रबंधन, मरीजों का इलाज, उनकी जांच, टीकाकरण की स्थिति इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि सेकंड वेव में ऑक्सीजन की काफी डिमांड थी, जिसे पूरा करने हेतु काफी परिश्रम किया गया था। उन्होंने बताया कि टिकारी एवं शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल में 25-25 बेड ऑक्सीजन के साथ तैयार किए गए थे साथ ही नीमचक बथानी, मानपुर, गया संग्रहालय, आईटीआई मैगरा, शेरघाटी तथा एएनएम प्रशिक्षण संस्थान टिकारी में डीसीएचसी (डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर) में कोरोना मरीजों को इलाज हेतु भर्ती किया गया तथा ऑक्सीजन सहित अच्छा इलाज, खानपान की सुविधा भी दी गई थी। उन्होंने बताया कि सीएचसी में ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था है तथा सब-डिविजनल अस्पताल में ऑक्सीजन की क्षमता बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण अस्पताल तथा प्रभावती अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट की आवश्यकता है।
टीकाकरण के संबंध में जिला पदाधिकारी गया द्वारा बताया गया कि गांव तथा शहरी क्षेत्रों में माइकिंग एवं डोर टू डोर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है साथ ही मीडिया के माध्यम से लोगों के मन में उत्पन्न भ्रांतियां/ समस्याओं को दूर करने हेतु मगही/ स्थानीय भाषा में प्रश्न उत्तर तैयार कराकर, उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसारित कराया जा रहा है। धर्म गुरुओं तथा जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित कर उनसे टीकाकरण अभियान में सहयोग करने तथा लोगों को टीका हेतु प्रेरित किए गए हैं, जिसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं। निर्वाचन जैसे मतदाता जागरूकता के तर्ज पर टीकाकरण हेतु गैस सिलेंडर, राशन कार्ड पर संदेश टीकाकरण लोगो (logo) को चिपकाकर टीका हेतु आम जनों को प्रेरित एवं जागरूक किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जीविका, आशा, आंगनवाड़ी वर्कर के माध्यम से भी लोगों को जागरुक किया जा रहा है। जिला पदाधिकारी गया द्वारा यह भी बताया गया कि भीड़भाड़ वाले स्थानों हाट, बाजारों, बस स्टैंड, सब्जी मंडी में औचक सैंपल जांच कराए जा रहे हैं। विभिन्न समुदाय के लोगों को टीका हेतु व्यापक रूप से जागरूक एवं प्रेरित किए जा रहे हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अधीक्षक अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल द्वारा बताया गया कि मगध मेडिकल अस्पताल में 460 बेड की क्षमता कोविड मरीजों के इलाज हेतु बढ़ाई गई थी, जिसमें कोरोना मरीज के लिए 200 से अधिक बेड बनाए गए थे। आज मगध मेडिकल अस्पताल में कोविड-19 के मात्र 31 मरीज भर्ती हैं। मगध मेडिकल अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। मगध मेडिकल अस्पताल में 38 आईसीयू बेड की सुविधा उपलब्ध है तथा 38 वेंटिलेटर पर उपलब्ध है। 50 बाईपैक, 700 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर, लगभग 120 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 162 पल्स ऑक्सीमीटर तथा लगभग 100 कार्डियक मॉनिटर मगध मेडिकल अस्पताल के पास उपलब्ध है। मगध मेडिकल अस्पताल में 344602 कोरोना सैंपल जांच अब तक किए गए हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में *जिला पदाधिकारी औरंगाबाद* ने बताया कि 12 वेंटिलेटर उपलब्ध है तथा 125 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है। ऑक्सीजन प्लांट निर्माण का कार्य चल रहा है। चिकित्सकों की उपलब्धता है। आज की तिथि में आईसीयू में कोई भी मरीज भर्ती नहीं है। थर्ड वेव से बचाव की तैयारी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण में धीरे-धीरे प्रगति हो रहा है तथा भ्रांतियों को भी दूर किया जा रहा है।
*जिला पदाधिकारी नवादा* द्वारा बताया गया कि जिले में टीकाकरण का कार्य तेजी से कराए जा रहे हैं। 45 प्लस आयु वर्ग वाले व्यक्तियों को 26% टीकाकरण तथा 18 प्लस आयु वर्ग के लोगों को 32% टीका लगाए जा चुके हैं। सैंपल जांच भी नियमित तरीके से की जा रही है। डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर में 235 बेड की व्यवस्था की गई थी।
*जिला पदाधिकारी जहानाबाद* द्वारा बताया गया कि जिले में 5 वेंटीलेटर कार्यरत हैं तथा बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था की गई थी। उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण की आवश्यकता बताया तथा सीएचसी में ऑक्सीजन पाइप लाइन को जरूरत बताई। उन्होंने बताया कि 01 जून से टीका आपके द्वार कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसके अच्छे परिणाम प्राप्त हो रहे हैं।
*जिला पदाधिकारी अरवल* द्वारा बताया गया कि जिले में ऑक्सीजन प्लांट तथा एक बड़े अस्पताल की आवश्यकता है। टीकाकरण हेतु तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। धर्म गुरुओं तथा जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग ले रहे हैं। उन्होंने निश्चेतक चिकित्सक की आवश्यकता बताई ताकि वेंटीलेटर का प्रयोग किया जा सके।
आयुक्त ने सभी जिला पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कोविड-19 जैसे संक्रमण से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है तथा थर्ड वेव से बचाव की भी तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि टीकाकरण कार्य को और अधिक तेजी से करावे ताकि लोग कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षित रह सके।
बैठक में क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, अधीक्षक अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल, प्राचार्य अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित वरीय चिकित्सक उपस्थित थे।