DM News : ज़िलाधिकारी के जनता दरबार कार्यक्रम रद्द (स्थगित) रहने के बावजूद लोग दूर-दराज इलाके से समाहरणालय आ गए थे। ज़िले पदाधिकारी ने अति व्यस्ततम समय निकालकर आये व्यक्तियों के समस्याओं को सुना गया एवं समाधान किया गया।
Gaya DM : जनता दरबार में करीब 100 व्यक्तियों के मामले को गंभीरतापूर्वक सुनते हुए संबंधित पदाधिकारियों को प्राप्त आवेदनों को जांच यथाशीघ्र कराते हुए जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। आवेदकों के कई मामलों में जिला पदाधिकारी द्वारा जिले के वरीय पदाधिकारी द्वारा मामले को जांच करने का भी जिम्मा दिया गया है।
Today News : जनता दरबार में प्रधानमंत्री आवास से संबंधित आए मामलों को जिलाधिकारी ने निदेशक डीआरडीए को संबंधित आवेदनों को यथाशीघ्र जांच करते हुए पात्रता रखने वाले व्यक्तियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाना सुनिश्चित कराएंगे।
जनता दरबार में कई व्यक्तियों ने भूमि विवाद, आपसी बटवारा, अतिक्रमण, जमीन संबंधी दिक्कते आदि से संबंधित आवेदन दिए। उन सभी आवेदन के आलोक में जिला पदाधिकारी ने संबंधित अंचलाधिकारी तथा थानाध्यक्ष एवं अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अध्यक्षता में थाना स्तर एवं अनुमंडल स्तर पर प्रत्येक शनिवार को आयोजित होने वाले जनता दरबार में दोनों पक्षों के व्यक्तियों को बुलाकर संबधित मामलों का तेजी से निराकरण कराने का निर्देश दिए।
एक आवेदक ने बताया कि नगर क्षेत्र के बंगला स्थान के समीप मंदिर के जमीन का अवैध कब्जा करते हुए कंस्ट्रक्शन का काम कर रहा है, डीएम ने अंचलाधिकारी नगर को निर्देश दिया कि अविलंब स्पॉट विजिट कर मामले की जांच करे।
आवेदक रंजीत कुमार परैया निवासी ने बताया कि पूर्व के राजस्व कर्मचारी द्वारा म्यूटेशन बनाने में एक ही पार्टी की बातें सुनकर आदेश पारित का कार्य करा दिया है परंतु दूसरे पक्ष का बात नहीं सुना गया है। इस पर जिला पदाधिकारी ने अंचल अधिकारी को निर्देश दिया कि मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए जांच करें।
अंचल कार्यालय अतरी से संबंधित शिकायत एक आवेदक द्वारा किया गया आवेदक ने बताया कि अंचल अधिकारी अतरी के प्राइवेट वाहन चालक द्वारा परवाना के जमीन सत्यापित कराने के एवज में पैसा के डिमांड संबंधित मामला आया है साथ ही बताया गया कि उक्त ड्राइवर द्वारा अन्य कई तरह के राजस्व से संबंधित कार्यों में नाजायज तरीके से पैसे की मांग कि शिकायत प्राप्त हुई हैं। जिला पदाधिकारी ने अंचल अधिकारी अतरी को निर्देश दिया कि तुरंत संबंधित मामले की जांच करें तथा आवेदक को तुरंत पैसा वापस कराने को कहा साथील ही निर्देश दिया कि 24 घंटे के अंदर प्राइवेट ड्राइवर को हटाने का सख्त निर्देश दिए हैं।
BREAKING NEWS
गया जिले में 190280 हे० में होगी धान की खेती
- 1.पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध।
- 2.मोटे अनाज की खेती को भी किया जायेगा प्रोत्साहित।
- 3.जिले में उर्वरकों का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है।
खरीफ 2023-24 में गया जिले में 190280 हे० में धान की खेती कराने का लक्ष्य निर्धारित है। इसके लिये 57084 क्वीं में बीज की आवष्यकता होगी।
सरकारी एवं निजी दोनों तरह की कम्पनियों के बीज उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त प्रत्येक प्रखंड में अनुदानित मूल्य पर (20-25 रुपये प्रति किलों) धान का बीज प्रखंडों में वितरण किया जा रहा है। कोई बीज इच्छुक किसान प्रखंड कृषि पदाधिकारी से सम्पर्क कर बीज प्राप्त कर सकते है।
190280 हे० में धान आच्छादन होने पर 36000 में० टन यूरिया एवं 10000 मे०टन डी०ए०पी० की जरुरत होगी। जिले में उर्वरकों का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। गया जिला में मानसून की अनिष्चितता के कारण खरीफ फसलों को लगाने या फिर लगाये गये फसलों को बचाने के लिये सिंचाई की आवष्यकता पड़ती है।
जिले में ज्यादातर सिंचाई निजी नलकूप से होती है। ये नलकूप विद्युत फीडर से या सामान्य फीडर से जुड़े है। जिला पदाधिकारी ने इन ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत की न्यूनतम 16 घंटे आपूर्ति हेतु विद्युत प्रमंडल को आदेष दिया है। निजी नलकूप के अतिरिक्त सरकारी नलकूप, आहर, पईन एवं विभिन्न सिंचाई प्रमंडलों की नहर प्रणालियों से भी सिंचाई होती है।
लघु सिंचाई प्रमंडल, सहित सभी अन्य सिंचाई प्रमंडलों ने अपनी नहर प्रणालियों को दुरुस्त कर लिया है। जिले में मोटे अनाज रुप के रुप में मड़ुआ की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सभी प्रखंडों में न्यूनतम 10 एकड़ में मड़ुआ की खेती करायी जायेगी।
लगभग 33000 किसान पी०एम० किसान के लाभ से होंगे वंचित
ई०के०वाई०सी० नही कराने के कारण जिले के लगभग 33000 किसानों को पी०एम०किसान के लाभ से वंचित हो जायेंगे। ज्ञातव्य हो कि गया जिले में वर्तमान में पी०एम० किसान के कुल 3,18,992 लाभार्थी है।
केन्द्र सरकार के द्वारा सभी पी०एम० किसान लाभार्थियों का ई०के०वाई०सी० कराना अनिवार्य कर दिया गया है। गया जिले के 3,18,992 लाभार्थियों में से 2,85,523 किसानों ने ई०के०वाई०सी० करा लिया है।
33,000 किसान अभी भी ई०के०वाई०सी० नही करा पाये है। 30 जून 2023 के बाद इन किसानों को अपात्र घोषित कर दिया जायेगा तथा ये सभी किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभ से वंचित हो जायेंगे।
बीज वितरण कार्य जारी
खरीफ 2023-24 में किसानों को उच्च गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराने को कृषि विभाग कृत संकल्प है। जिले में 3500 क्वीं धान का बीज अनुदानित दर पर किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा।
बीज प्रखंडों में उपलब्ध है। कोई भी किसान प्रखंड में जाकर बीज प्राप्त कर सकते है। अब तक 1568 क्वीं बीज 5656 किसानों के बीच वितरित किया जा चुके है। बीजों की होम डिलीवरी की भी सुविधा उपलब्ध है।