Gaya DM Breaking : इस वर्ष जगन्नाथ रथ यात्रा दिनांक 20.06.2023 को निर्धारित है तथा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी काफी भीड़-भाड़ होगी। विदित हो कि वर्तमान में गया जिला में भीषण गर्मी, लू एवं अधिक तापमान विशेष रूप से दोपहर समय स्वास्थ्य एवं जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
उक्त स्थिति को देखते हुए जिला पदाधिकारी गया डॉ तयागराजन एसएम ने सचिव जगन्नाथ मंदिर बोधगया को निदेश दिया है कि जगन्नाथ रथ यात्रा के अवसर पर Heatwave को ध्यान में रखते हुए संध्या 06:00 बजे के बाद ही आयोजन करना सुनिश्चित किया जाय तथा संध्या 06.00 बजे पूर्व किसी प्रकार का आयोजन नहीं किया जाय। साथ ही इसके लिए अपने स्तर से व्यापक प्रचार-प्रसार भी करवाना सुनिश्चित करे।
Today News : गया जिला में भीषण गर्मी, लू एवं अधिक तापमान विशेष रूप से दोपहर के समय बच्चों के स्वास्थ्य एवं जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की सम्भावना है।
उक्त को दृष्टिगत रखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी, गया के स्तर से जिले के सभी सरकारी / गैरसरकारी एवं सभी शैक्षणिक संस्थान (कोचिंग) में शैक्षिक गतिविधि का संचालन दिनांक 24.06.2023 तक स्थगित रखने का आदेश निर्गत किया गया है।
उक्त परिप्रेक्ष्य में जिला दंडाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एस०एम० ने दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 144 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए गया जिला के सभी सरकारी, निजी विद्यालयों (प्री-स्कूल, आंगनबाड़ी, Coaching केन्द्र सहित) में 12वीं कक्षा तक सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया है। विद्यालय प्रबंधन को निदेश दिया गया है कि वे उपरोक्त उल्लेखित आदेश के अनुरूप शैक्षणिक गतिविधियों को स्थगित रखेंगे।
यह आदेश दिनांक 19.06.2023 से लागू होगा एवं दिनांक 24.06.2023 तक प्रभावी रहेगा।
गया जिला में भीषण गर्मी, लू एवं अधिक तापमान को देखते हुए जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन तथा डीपीएम स्वास्थ्य को निर्देश दिया है कि हर हाल में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, आशा, एएनएम, डॉक्टर, बीएचएम सहित अन्य कर्मियों को अपने मुख्यालय में बने रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से प्रत्येक दिन जानकारी लेते रहे की सभी एंबुलेंस चलंत अवस्था में रहे तथा दवा की कोई कमी नहीं रहे। सभी आशा एएनएम के हाथों में परासीटामोल की दवा तथा ओआरएस का पैकेट हर हाल में रहे। अस्पतालों के साथ-साथ एंबुलेंस में भी पर्याप्त संख्या में आइस पैक रखें। अस्पतालों में आरक्षित रखे गए हीट स्टॉक के मरीजों के लिए बेड पूरी तरह वाताकुलीन रखें। आने वाले मरीजो का पूरी तरह इलाज करे, बिना विशेस कारण रेफर न करे।
जिला पदाधिकारी में जिला पंचायत राज पदाधिकारी तथा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि सभी सार्वजनिक स्थानों पर शुद्ध शीतल पेयजल प्याऊ लगातार चले। कहीं से भी कोई प्याऊ बंद रहने की सूचना पर उसे तुरंत चालू करवाएं। उन्होंने कहा कि सभी हॉट बाजार बस स्टैंड भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में प्याऊ चले तथा जैसे ही पानी खत्म होती है तो उसे तुरंत पानी भरने की भी व्यवस्था है।
जिला पदाधिकारी ने सभी नगर निकाय के पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अपने क्षेत्र के कम से कम एक बड़े हॉल को चिन्हित कर उसे हीट स्ट्रोक के रूप में प्रयोग करें। उक्त हॉल कमरा में पर्याप्त पानी का व्यवस्था, कूलर इत्यादि की मुकम्मल व्यवस्था रखें।
जिला पदाधिकारी ने अधीक्षक मगध मेडिकल को निर्देश दिया है कि हीटवेव से संबंधित आने वाले मरीजों का प्रॉपर इलाज करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने स्तर से सभी मुखिया को अनुरोध है कि अपने पंचायत / टोलो में लोगों को लगातार जागरूक करे की भीषण गर्मी को देखते हुए खेतों में काम ना करें, बाहरी धूप में कोई भी कार्य ना करें। यथासंभव अपने शरीर को आराम दे।
उन्होंने गया जिला वासियों से अपील किया है कि अगले 72 घंटे तक भीषण गर्मी का पूर्वानुमान है। उन्होंने अनुरोध किया कि स्वास्थ्य विभाग तथा आपदा विभाग द्वारा जारी किए गए एडवाइजरी का पूरी तरह पालन करें यथासंभव सुबह 10:00 बजे से दोपहर 4:00 बजे तक घर से बाहर ना निकले। कोई जरूरी कार्य होने पर अपने सर को ढक कर बाहर निकले। लगातार पीने योग्य ठंडा पानी का सेवन करें। भूखे पेट सफर ना करें स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए एडवाइजरी जिसमें लू लगने पर क्या करें, लू लगने के बचाव पर कैसे खुद को बचाओ करें, से संबंधित एडवाइजरी का पूरी तरीके से पालन करें।
जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचडी को निर्देश दिया कि भीषण गर्मी का मौसम चल रहा है किसी भी टोले में पानी की समस्या ना हो इसके लिए निरंतर अलर्ट मोड में रहे। कहीं से भी पानी की कमी की सूचना आने पर तुरंत रेस्पांड करते हुए पानी टैंकर उपलब्ध करावे। अपने सभी कनीय अभियंता तथा सहायक अभियंता को लगातार अपने क्षेत्र के बारे में पानी की समस्या पर जानकारी लेते रहने का निर्देश दिए हैं साथ ही उन्होंने कहा कि नियंत्रण कक्ष को पूरी तरह से फंक्शनल रखें पानी से संबंधित शिकायत आने पर तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें।