गया, ( अंज न्यूज़ मीडिया)
अधिक से अधिक तीर्थयात्रियों को गया आने और अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए ‘पिंडदान’ और ‘तर्पण’ करने के लिए आकर्षित करने के लिए, राज्य सरकार और गया जिला प्रशासन सुविधाओं को उन्नत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
इस अद्भुत योजना के तहत सीता पथ का निर्माण, सीता पथ के नीचे भूमिगत जल निकासी, सीता पथ के किनारे चारदीवारी का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा देव घाट पर लगे टाइल्स को बदलना है, सीता पथ और देव घाट पर लाइट लगानी है। सीता पथ के तरफ 2 बड़े आकार का घाट का भी निर्माण करवाया गया है, ताकि पितृपक्ष मेला के साथ साथ छठ पर्व में भी लोग धार्मिक अनुष्ठान कर सके।
गया जी डैम एक बार फिर कम से कम छह फीट गहरे पानी से भर गया है, जहां तीर्थयात्री ‘पिंडदान’ अनुष्ठान और ‘तर्पण’ करने से पहले डुबकी लगा सकते हैं। तलहटी में जमा गाद की सफाई के लिए इस साल फरवरी में बांध से पानी निकाला गया था।
पितृपक्ष मेला 2023 के अवसर पर अभी से ही तैयारियां जोर-शोर से संबंधित विभागों द्वारा प्रारंभ कर ली गई है ताकि पितृपक्ष मेला अवधि में देश विदेश से आए यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानियों का सामना करना ना पड़े।
इसी परिपेक्ष में अनुमंडल पदाधिकारी सदर राजेश कुमार द्वारा विष्णुपद देवघाट का निरीक्षण किया गया। देवघाट पर घूम रहे आवारा पशु को काऊ कैचर मशीन के माध्यम से पकड़ते हुए गौशाला में भेजा गया।
साथ ही आसपास के सभी पशु मालिक को निर्देश दिया गया कि अपने पशु को यत्र-तत्र नदी या घाट पर ना छोड़ें। जिससे आमजनों को कोई परेशानी हो। प्रायः देखा गया है कि अपने पशु को नदी घाट पर छोड़ देने के कारण तीर्थ यात्रियों को चोटिल करने की शिकायतें प्राप्त होती है।
श्रीमती अभिलाषा शर्मा भा. प्र. से. नगर आयुक्त गया नगर निगम द्वारा पितृपक्ष मेला क्षेत्र के पार्किंग स्थल कॉलरा अस्पताल, देव घाट, अक्षय वट, गया कॉलेज खेल परिसर, रामशिला रामकुण्ड आदि स्थानों का स्थल निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के समय गया नगर निगम के सभी उप नगर आयुक्त, नगर प्रबंधक, सभी सहायक अभियंता, सभी कनीय अभियंता, सभी वार्ड निरीक्षक एवं अन्य कर्मी मौजूद थे
कॉलरा अस्पताल परिसर का निरीक्षण के क्रम में देवनंदन प्रसाद कनीय अभियंता को नाले पर अतिक्रमण कर बनाए गए बाथरूम को तोड़ने, ड्रेसिंग कराने, लेवलिंग कराने का निर्देश दिया गया, परिसर की कल से ही सफाई एवं कचरे का उठाव एवं नाला की सफाई कराने का निर्देश नोडल पदाधिकारी सफाई को दिया गया ताकि दुबारा निरीक्षण में कार्य किया हुआ पाया जाए।
देवनन्दन प्रसाद कनीय अभियंता को चांद चौरा मोड़ के आगे अहिल्याबाई रोड में कचरा पॉइंट के पास ढलाई कराने का निर्देश दिया गया। देव घाट के निरीक्षण के क्रम में देव घाट जाने वाले मार्ग पर से कचरा को हटाने एवं डस्टबिन रखने का निर्देश दिया गया।
देव घाट में टूटे हुए टाइल्स को मरम्मती कराने का निर्देश दिनकर प्रसाद कनीय अभियंता को दिया गया . नोडल पदाधिकारी सफाई को टाइल्स में जमे गंदगी को रगड़कर साफ करवाने, सफाई कराकर धुलवाने का निर्देश दिया गया, पी. एच. ई. डी के शौचालय एवं स्नानागार को हैंड ओवर लेने का निर्देश दिया गया ताकि नगर निगम द्वारा कराए गए रख रखाव के टेंडर से मेंटेनेंस की कारवाई की जा सकेगी, पी. एच. ई. डी द्वारा देव घाट पर पाइपलाइन हेतु बनाए गए चैंबर को उनसे समन्वय स्थापित कर स्लैब से ढकवाने का निर्देश दिया गया।
नोडल अधिकारी प्रकाश व्यवस्था को सभी लाइटों की जांच कराकर कार्यरत कराने एवं झुक गए पोल को सीधा कराने का निर्देश दिया गया , सूर्यकुण्ड तालाब के निरीक्षण के क्रम में पानी की सफाई हेतु पी. एच. ई. डी से समन्वय स्थापित कर मशीन से पानी को साफ कराने का निर्देश दिया गया, नोडल पदाधिकारी सफाई को झाड़ी, पेड़ की टहनी को कटवाने एवं नियमित सफाई कराने का निर्देश दिया गया, खराब हुए पेंटिंग को सही करने एवं पेंट करने का निर्देश दिया गया।
नगर प्रबंधक को टीम द्वारा आवारा पशुओं को पकड़कर रखने एवं इसके लिए पितृपक्ष मेला क्षेत्र के सफाई वाहनों पर पशु पालकों को अपने पशुओं को बांध कर रखने एवं यैसा नही करने पर दंड शुल्क लगाने एवं प्राथमिकी दर्ज करने संबंधी प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिया गया।
अक्षय वट के निरीक्षण के क्रम में किशोर प्रसाद कनीय अभियंता को अक्षय वट में टूटे टाइल्स, शौचालय आदि के मरमती कराने का निर्देश दिया गया, टाइल्स में लगी गंदगी को रगड़कर साफ कराने का निर्देश दिया गया, प्याऊ में नल लगाने एवं सभी लाइटों की जांच कर कार्यरत कराने का निर्देश दिया गया।
सभी कनीय अभियंता को निर्देशित कार्यों का एस्टीमेट तैयार कर जल्द प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया, आवश्यक जगहों पर मिनी हाईमास्ट लगाने हेतु प्रकाल्लन एवं प्रस्ताव तैयार कर आगामी बोर्ड की बैठक में रखने हेतु बिनोद प्रसाद सहायक अभियंता को निर्देश दिया गया।
गया कॉलेज खेल परिसर के निरीक्षण के क्रम में जल जमाव नही हो, इसके लिए लेवलिंग कराने एवं स्टोन डस्ट गिरवाने का निर्देश दिया, साफ सफाई कराने का निर्देश दिया गया।
रामकुंड के निरीक्षण के क्रम में पाया गया की रामकुंड की पानी गंदा है, वहां पर पी. एच. ई. डी द्वारा पंपिंग कर पानी को निकालकर पानी डाला जाता है परंतु उनके द्वारा पंप चालू नहीं कराया जाता है, नोडल पदाधिकारी सफाई को पीएचईडी से समन्वय स्थापित कर पानी की सफाई कराने का निर्देश दिया गया, सुबोध कुमार सिंह कनीय अभियंता को टूटे हुए टाइल्स, नाली की मारमती, टूटे हुए रेलिंग के स्थान पर स्टील का रेलिंग लगाने का निर्देश दिया गया, रामकुंड एवं रामशिला मंदिर के आस-पास अच्छी तरह से सफाई कराने का निर्देश दिया गया, नाला पर किए गए अतिक्रमण को भी हटाने का निर्देश दिया गया।