गया, (अंज न्यूज़ मीडिया) जिले के Wazirganj के CO Wazirganj ने गली के निरीक्षण के दौरान कहा था कि गली में दीवार देना एवं खिड़की-दरवाजा खोलना होगा गैरकानूनी।
- उन्होंने साफ शब्दों में कहा था गली की तरफ नहीं खुलेगी खिड़की और दरवाजा
- विवादास्पद प्रेस गली के मामले को सीओ ने इस तरह सुलझाया था
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सीओ पुरूषोत्तम कुमार ने प्रतिनिधिमंडल से वार्ता उपरांत प्रेस गली का निपटाया था विवाद |
गया: जिले के वजीरगंज प्रखंड के दखिनगांव ग्राम के अंतर्गत स्थित प्रेस गली के विवाद का सीओ पुरूषोत्तम कुमार ने स्थल का निरीक्षण कर सुलझा दी थी परंतु उसने फिर बेवजह विवाद पैदा कर दिया। जिससे मुहल्लेवासियों में रोष है। प्रशासन की बात उसने ठुकरा दिया। जाहिर हो प्रशासन की अनुमति के वगैर इस गली में कोई भी कार्य करना प्रतिबंधित था। सीओ ने यह प्रतिबंध लगाई थी।
वजीरगंज सीओ के कार्यालय में सुलझा प्रेस गली का विवाद |
यह प्रेस गली वजीरगंज बस पड़ाव के शिव कॉलोनी में अवस्थित है। मूलतः शिव कॉलोनी का यह प्रेस गली है, और यह गली अति प्राचीन है। इस प्रेस गली के विवाद को सीओ ने प्रतिनिधिमंडल से गहन विमर्श कर सुलझाए थे। उन्होंने मामले को सुलझाते हुए कहे थे गली में नहीं दीवार पड़ेगा और नहीं तो खिड़की और दरवाजा ही खुलेगा। गली में दीवार देना एवं खिड़की और दरवाजा खोलना दोनों ग़ैरक़ानूनी होगा। उन्होंने कहा था प्रेस गली से लोग शांति के वातावरण में आवाजाही करेंगे।
निरीक्षण उपरांत प्रतिनिधिमंडल से सीओ पुरूषोत्तम कुमार ने की गहन विमर्श |
प्रेस गली के विवादास्पद मसले को सीओ पुरूषोत्तम कुमार ने बातचीत कर के निपटाया था। इस मुद्दे को फिर से विवाद में ला खड़ा कर दिया दबंग देवकरण उर्फ़ कारू। जो मुहल्लेवासियों से दबंगई से पेश आता है। वह बेवजह मामले को उलझता। सीओ पुरूषोत्तम ने उसे उसकी दबंगई पर जोरदार फटकार भी लगाई थी। क्योंकि उनके ऑफिस में उनसे दबंगई से पेश आ रहा था।
जाहिर हो सीओ पुरूषोत्तम कुमार से कहा था कि गली की तरफ अब कभी खिड़की और दरवाजा नहीं खुलेगा। गली जैसे था वैसे ही रहेगा। सीओ पुरूषोत्तम कुमार ने कहा था गली में दीवार देना और खिड़की- दरवाजा खोलना पूरी तरह से गैरकानूनी है। क्योंकि यह वर्षों पुराना आम जनता की गली है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा था गली में कोई छेड़छाड़ नहीं करेगा।
सीओ पुरूषोत्तम कुमार ने सुलझाया था प्रेस गली का विवाद – विश्व विख्यात पत्रकार अशोक कुमार अंज |
सीओ श्री कुमार ने साफ़ कहा था यह गली जैसे था, वैसे यथावत रहेगा। वर्ना, गली में छेड़छाड़ करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रेस गली का यह रास्ता, आम रास्ता है। उस पर किसी का हक़ नहीं होता।
जाहिर हो सीओ ने प्रेस गली के विवाद को गहन निरीक्षण और विमर्श के उपरांत इस विवाद को निपटाने में सफल हुए थे। उन्होंने कहा था बिना प्रशासनिक स्वीकृति के गली में कोई अनैतिक कार्य नहीं होगा। क्योंकि यह वर्षों पुराना आम रास्ता है। रास्ता जैसे है, वैसे ही रहेगा, इसमें कोई छेड़छाड़ बर्दास्त नहीं होगा।
इस कार्य के लिए एक प्रतिनिधिमंडल मिला था। उस दौरान सीओ पुरुषोत्तम ने उक्त मामले पर गहन बातचीत कर विवाद को निपटाया था। उक्त प्रतिनिधिमंडल में विश्व विख्यात पत्रकार अशोक कुमार अंज समेत देवकरण प्रसाद, रामकृपाल कुमार, विकास कुमार, भोला कुमार, तरुण कुमार, ओमप्रकाश कुमार छोटू एवं पवन सिंह शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल से गहन समीक्षा उपरांत सीओ श्री कुमार ने उलझे हुए मामले को सुलझाया था।
ज्ञात हो सीओ श्री कुमार ने विवादास्पद गली के मामले को सुलझाने के लिए प्रतिनिधिमंडल को कार्यालय में बुलाए थे और गहन विचार- विमर्श की थी।
अब प्रेस गली में दीवार देना, खिड़की-दरवाजा खोलना होगा गैरकानूनी : सीओ |
उन्होंने अपने कार्यालय में कहा था कि पहले से गली में ना दीवार था, ना दीवार रहेगा। क्योंकि यह आम रास्ता है। इस गली की तरफ खिड़की एवं दरवाजा भी नहीं खुलेगा। मूल रूप से यह वर्षों से आम रास्ता है। कोई बेवजह विवाद नहीं खड़ा करेगा। सीओ ने साफ शब्दों में कहा था किसी व्यक्ति विशेष का यह रास्ता नहीं है। वह सार्वजनिक रास्ता है। कोई भी व्यक्ति भविष्य में यदि ज़बरन विवाद पैदा करने की कोशिश करेगा तो कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी और प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी। क्योंकि प्रेस गली एक आदर्श गली है।
यह रास्ता दक्षिण की ओर शिव मंदिर की तरफ जाती है। जो शिव कॉलोनी को जोड़ती है। अब इस कॉलोनी की आबादी घनी हो चुकी है। जिसका मुख्य रास्ता यह प्रेस गली है। इसे कोई अवरुद्ध नहीं कर सकता।