गया सहित प्रदेश भर में मनाया गया योग दिवस
गया में धूमधाम से मना अंतराष्ट्रीय योग दिवस
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कोरोना काल में लोग अपने घरों से ऑनलाइन जुड़कर किया गया योग
गया : योग पर्व के 7वें अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के तत्वाधान में पतंजलि परिवार गया के द्वारा खास कर अपने कार्यकर्ताओं व अपने संगठन के पदाधिकारियों के साथ चंदौती बाजार समिति के अपने स्थाई योग कक्षा में, कोवीड काल में 100% सोशल डिस्टेंसिंग एवम सेनिटाइजेशन को पालन करते हुए योग और प्राणायाम का अभ्यास आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत योगाचार्य प्रमोद कुमार के द्वारा कराया गया।
मंच के ऊपर सभी आकृतियों की पुनरावृति योग शिक्षक राजीव मालाकार,धरणिशंकर एवम युवा प्रभारी चंद्रशेखर वर्मा के द्वारा किया गया।
बारीकियों के साथ आसन और प्राणायाम के प्रभाव के बारे में लोगों को बताया गया।
कार्यक्रम को सभी लोगों के सुविधा के लिए गूगल मीट,फेसबुक एवम यू ट्यूब पर ऑनलाइन दिखाया गया।
कार्यक्रम में गया विधायक प्रेम कुमार जी गूगल मीट पर ऑनलाइन जुड़कर योग की महता पर प्रकाश डाला और साथी हीं योग किया,ऑनलाइन जुड़ने वाले में मुख्य प्रो अरुण प्रसाद,डॉक्टर विजय कुमार करण थे साथ ही गया के सैकड़ों भाई बहन जुड़कर योग को आत्मसात किया।
इस कार्यक्रम में महिला प्रभारी ऊषा किरण,राम नरेश प्रसाद,भोला यादव,अरुण कुमार,
नीलू देवी,ममता बरनवाल,बिनोद कुमार बंटी, बी जे पी जिला उपाध्यक्ष रूपेश वर्मा सहित सैकड़ों पतंजलि के कार्यकर्ता शामिल होकर योग किया।
युवाओं में प्रिंस प्रकाश,ऋतु राज एवम श्रीस्ति राज द्वारा कठिन आसनों का प्रदर्शन किया गया।
उक्त जानकारी प्रमोद कुमार
भारत स्वाभिमान व पतंजलि के गया जिला संयोजक ने दी।
वहीं, नव नालन्दा महाविहार नालन्दा के प्रांगण में सुबह सात बजे नव नालन्दा महाविहार एवं पूर्वी क्षेत्रीय सांस्कृतिक समिति, संस्कृति मन्त्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर संस्कृति मन्त्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित”आजादी का अमृत महोत्सव” के अन्तर्गत एक प्रशिक्षित योगाचार्य के निर्देशन में योगासन और प्राणायाम का कार्यक्रम बड़े उत्साह और सुरुचिपूर्वक आयोजित किया गया। कुलपति प्रोफेसर वैद्यनाथ लाभ की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय सांसद श्री कौशलेन्द्र कुमार थे। इस अवसर पर पूर्वी क्षेत्रीय सांस्कृतिक समिति के निदेशक डॉ तापस सामन्त राय, प्रो. जनार्दन उपाध्याय, महाविहार के शैक्षणिक एवं शिक्षणेतर कर्मचारीगण एवं स्थानीय गण्यमान लोगों ने हल्की बुन्दा-बान्दी के बीच एक प्रशिक्षित योगाचार्य के निर्देशन में योगासन और प्राणायाम का अभ्यास किया। इसके बाद पू. क्षे. सां. समिति के सुश्री सोनाली मल्लिक द्वारा शास्त्रीय नृत्य संगीत प्रस्तुत किया गया। इसके बाद संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार कर्ण के निर्देशन में छात्रों द्वारा संस्कृत में श्लोक वाचन किया गया। इस पूरे कार्यक्रम को दूरदर्शन द्वारा सजीव प्रसारण किया गया, जिसका आनन्द विश्व के 180 देशों के लोगों ने लिया। इस अवसर पर स्थानीय सांसद श्री कौशलेन्द्र कुमार ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए इसे आधुनिक जीवन शैली के लिए अत्यंत आवश्यक एवं महत्वपूर्ण माना। उन्होंने कहा कि इस प्राचीन भारतीय विधा के वैश्विक महत्व को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इसे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दिलाने के लिए अथक प्रयास किए। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो वैद्यनाथ लाभ जी ने कहा कि योग और प्राणायाम भारत की प्राचीन विरासत है। उन्होंने कहा कि धर्म और सम्प्रदाय से परे योग मन और शरीर को स्वस्थ और प्रफुल्लित रहने के लिए किया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि इस कोरोना काल में यह और भी सिद्ध हो गया कि शरीर में योग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में योग और प्राणायाम का विशेष महत्व है। इस अवसर पर प्रतिभागी कलाकारों एवं छात्रों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अन्त में कुलसचिव डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने आगत अतिथियों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया।