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विष्णुपद मंदिर एवं तालाबों का निरीक्षण
गया: पितृपक्ष मेला, 2018 की तैयारी को लेकर डीएम अभिषेक सिंह ने संबंधित पदाधिकारियों के काफिले के साथ आज विष्णुपद मंदिर, देवघाट, तुलसी उद्यान, वैतरणी एवं ब्रह्मसत तालाब का गहन निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि उक्त स्थलों पर भारत सरकार की ह्रदय योजना यानी हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड अगुमेंटेसन योजना के तहत शेड निर्माण, घाट निर्माण, सौंदर्यकरण, प्याऊ की व्यवस्था के लिए कार्य करवाया जा रहा है। नगर निगम के पर्यवेक्षण मे यह सभी कार्य बुडको द्वारा करवाया जा रहा है। भ्रमण के दौरान विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में अवस्थित शेड की लंबाई में वृद्धि करने का निर्देश दिया। देवघाट के निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन शेड का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि विष्णुपद मंदिर के विकास एवं सौंदर्यकरण की योजना 8.78 करोड़ रुपए की है। देवघाट के निरीक्षण के दौरान मंदिर समिति के सदस्यों से भी विचार विमर्श किया गया। प्रथम शेड के समीप ऊपर बने मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियों पर रेलिंग का निर्माण करने का निर्देश दिया गया। इस अवसर पर डीएम ने संपूर्ण देवघाट का भ्रमण कर सभी स्थाई एवं अस्थाई शौचालय का अवलोकन किया। इस अवसर पर उपस्थित नगर आयुक्त, नगर निगम गया को शौचालय का सफाई के लिए स्थाई रूप से कर्मियों का प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया साथ ही क्षतिग्रस्त शौचालय का मरम्मती कराने का निर्देश दिया गया। संपूर्ण देव घाट के फलौरिंग में लगाए गए क्षतिग्रस्त पत्थर को बदलवाने तथा शौचालय के समीप अवशेष स्थल जहां पत्थर नहीं लगवाया गया है, वहां पत्थर लगवाने का निर्देश पर्यटन विकास निगम के कार्यपालक अभियंता को दिया गया। उल्लेखनीय है कि प्रसाद योजना के तहत पर्यटन विभाग द्वारा देवघाट पर फ्लोरिंग का कार्य करवाया गया है। देवघाट पर 5 यात्री शेड, चेंजिंग रूम और प्याऊ हृदय योजना के अंतर्गत बनवाया जा रहा है। इस अवसर पर नगर आयुक्त, नगर निगम, गया को देवघाट पर लगे सभी स्ट्रीट लाइट को दुरुस्त करवाने का निर्देश दिया गया। देवघाट पर संगत घाट अखाड़ा का पानी टंकी के लीकेज को ठीक करवाने का निर्देश लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता को दिया गया।
संघत घाट,अखाड़ा के बगल में कचरे के ढेर का पहाड़ देखकर जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त, नगर निगम, गया को इसे साफ करवा कर घेराबंदी करवाने का निर्देश दिया। साथ ही उक्त स्थल पर कचरा फेंकने पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया। मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा बताया गया कि विगत 5 वर्षों से यहां कचरा फेंका जा रहा है। एक अन्य स्थल पर जहां कचड़े का दृश्य नजर आ रहा है। वहां भी कचरे का दृश्य को ढकने के लिए वहाँ पर्दा लगवाने का निर्देश दिया गया। देवघाट भ्रमण के दौरान नीचे पड़े हुए बालू के लिए पूर्व में कार्य कराने वाले संवेदकों को इसकी सफाई करवाने के साथ-साथ नदी से सटे सीढ़ियों का भी जीर्णोद्धार करवाने का निर्देश दिया गया। इसके उपरांत सूर्य कुंड का भ्रमण किया गया। मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि अत्यधिक संख्या में श्रद्धालु यहां स्नान करने आते हैं। बताया गया कि घाट के अंदर घेराबंदी नहीं रहने के कारण दुर्घटना हो सकती है। जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त नगर निगम गया को सूर्यकुंड में पानी के अंदर चारों और जंजीर से घेराबंदी करवाने का निदेश दिया गया ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना ना हो सके। तुलसी उद्यान के भ्रमण के दौरान उद्यान परिसर के अंदर एक शौचालय का निर्माण तथा मुख्य द्वार के समीप एक कैंटीन एवं एक गार्ड रूम का निर्माण करवाने का निर्देश संबंधित एजेंसी को दिया गया। वैतरणी तालाब के चारों और निर्माणाधीन चहारदीवारी का निरीक्षण किया गया। फ्लोरिंग निर्माण एवं तालाब साफ-सफाई में विलंब के लिए उडको एवं संबंधित संवेदक को चेतावनी दी गई। नगर आयुक्त नगर निगम गया को लगातार स्थलों का भ्रमण कर अपने देखरेख में अति शीघ्र कार्य करवाने का आदेश दिया गया। वैतरणी तालाब में जलकुंभी एवं कचरा मौजूद पाया गया। ब्रह्मसत तालाब के घाट के फलौरिंग निर्माण में प्रयोग किए जा रहे हैं पत्थर पर डीएम ने आपत्ति की और संवेदक को उत्कृष्ट कोटि का पत्थर लगवाने का निर्देश दिया गया। ब्रह्मसत तालाब परिसर में अवस्थित काकवली वेदी का भी निरीक्षण किया गया। वेदी के गड्ढे में पड़े हुए कचरे की सफाई करवाने का निर्देश नगर निगम को दिया गया। लोगों ने बताया कि इसके अंदर यमराज और कौवा की प्रतिमा है, जो गड्ढे में पानी एवं कचरा भर जाने के कारण छिप गया है। डीएम ने इस अवसर पर चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कार्य की गुणवत्ता सही नहीं पाई गई तो प्राथमिकी दर्ज कराने की करवाई जा सकती है। उन्होंने संवेदक को अगस्त 2018 के अंत तक कार्य करवाने का निर्देश दिया।

5 जुलाई 2018

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