जिले के विकासात्मक योजनाएं और डीएम
गया जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में विकास योजनाओं तथा जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक का आयोजन समाहरणालय सभाकक्ष में किया गया।
बैठक में मुख्य रूप से जल जीवन हरियाली अभियान के विभिन्न अवयवों की विस्तार से समीक्षा की गई। साथ ही कोविड 19 के बचाव एवं सुरक्षा हेतु टीकाकरण एवं कोविड जांच, हर खेत को पानी, लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विचार विमर्श किया गया।
बैठक में जल जीवन हरियाली अभियान की समीक्षा करते हुए बताया गया कि *सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं यथा तालाब/पोखर/आहर/पईन का जीर्णोद्धार* के लिए लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 63 जल संचयन संरचनाओं का कार्य प्रारंभ किया गया है, जिनमें 55 का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, शेष में कार्य प्रक्रियाधीन है।
*सार्वजनिक कुओं को चिन्हित कर उनका जीर्णोद्धार* करने के लिए पंचायती राज विभाग द्वारा 934 संरचनाओं, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा 251 एवं नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा 3 संरचनाओं में कार्य प्रारंभ किया गया है।
*सार्वजनिक कुओं/चापाकालो के किनारे सोख्ता/रिचार्ज/अन्य जल संचयन संरचना का निर्माण* हेतु नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा 31 संरचनाओं में से 31 का कार्य पूर्ण किया गया है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा 43 संरचनाओं में से 42 का कार्य पूर्ण किया गया है।
*छोटी छोटी नदियां/नालों एवं पहाड़ी क्षेत्रों के जल संग्रहण क्षेत्रों में चेक डैम एवं जल संचयन के अन्य संरचनाओं का निर्माण* हेतु पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा पूरे जिले में 51 संरचनाओं का कार्य प्रारंभ किया गया है, जिनमें से शत प्रतिशत 51 संरचनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
*भवनों के छत वर्षा जल संचयन (रेन वाटर हार्वेस्टिंग) के संरचना का निर्माण* हेतु शिक्षा विभाग द्वारा 171 संरचनाओं का कार्य प्रारंभ किया गया है, जिनमें से 162 संरचनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसी प्रकार भवन निर्माण विभाग द्वारा 112 संरचनाओं का कार्य प्रारंभ किया गया है, जिनमें से शत-प्रतिशत 112 संरचनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा 19 संरचनाओं का कार्य प्रारंभ किया गया है, जिनमें से 17 संरचना का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
*वैकल्पिक फसल, टपकन सिंचाई, जैविक खेती एवं अन्य नई तकनीकों का उपयोग* हेतु कृषि विभाग द्वारा जिले में 94 संरचनाओं का कार्य प्रारंभ किया गया है, जिनमें से 41 का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, शेष कार्य प्रक्रियाधीन है।
जिला पदाधिकारी ने निदेश दिया कि लंबित संरचनाओं का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने स्पष्ट निदेश दिया कि जिन विभागो का मामला निष्पादन हेतु लंबित हैं, वे प्राथमिकता में लेते हुए जल्द से जल्द निष्पादन करना सुनिश्चित करें।
कृषि विभाग की समीक्षा में *ज़िला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि खरीफ 2021 के मौसम में 5,988 क्वीं अनुदानित दर पर बीजों का वितरण किया गया है। साथ ही होम डिलिवरी के तहत 2575.76 क्वीं बीज वितरण किया गया। कुल 18,360 किसानों को गाॅवों में ही बीज उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि हेतु गुणवत्तापूर्ण बीजों का उपयोग आवश्यक है। किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीजों के उपयोग हेतु लगातार जागरुक किया जा रहा हैं। इसके अतिरिक्त किसानों को अनुदानित दर बीज भी उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्ष 2021-22 के खरीफ मौसम राज्य सरकार से बिहार राज्य बीज निगम के माध्यम से 5988 क्वीं बीज अनुदानित दर पर किसानों के बीच वितरण हेतु प्राप्त हुआ। इसमें से दिनांक-27.06.2021 तक 5836.98 क्वीं बीज वितरण 46,285 किसानों के बीज किया गया। इस वर्ष इच्छुक किसानों को उनके घर पर ही बीज पहूँचाया गया। ज्ञातव्य हो कि अनुदानित दर पर बीज प्राप्त करने हेतु किसानों को कृषि विभाग के डी०बी०टी० पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है। किसानों को बिहार राज्य बीज निगम के द्वारा कृषि विभाग में पंजीकृत मोबाईल संख्या पर ओटीपी जाता है, जिसके आधार पर उन्हें अनुदानित दर पर बीज मिल जाता है। जिन इच्छुक किसानों के द्वारा ऑनलाइन आवेदन से दौरान होम डिलीवरी का विकल्प दिया गया, उन्हें गाॅवों में ही बीजों की आपूर्ति की जा रही है।*
बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, निदेशक, डीआरडीए, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, नजारत उप समाहर्त्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्त्तागण, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, कार्यपालक अभियंतागण सहित अन्य पदाधिकारी एवं अभियंता उपस्थित थे।